Content Marketing क्या है : इसका प्रयोग डिजिटल मार्केटिंग मैं कैसे करें?

content marketing : जिसे आप लोगो ने कही न कही तो सुना ही होगा, जिसमे कंटेंट के बेस पर मार्केटिंग की जाती हैं। यदि आप लोगो को content marketing क्या हैं। इसके बारे मैं पता नहीं है तो आज हम आपको इस आर्टिकल मैं बताएंगे की कंटेंट मार्केटिंग क्या हैं, परिभाषा + उदाहरण , यह किस तरह काम करती हैं, इससे अपने बिज़नेस को कैसे बढ़ाए, तथा इसके टाइप्स , इतियादी।

कंटेंट एक ऐसा वर्ड जिसने सिर्फ शब्दो से ही पूरी दुनिया को हिलाकर रहा हैं। कंटेंट एक इतना पावरफुल टर्म हैं। जिससे आज सब कुछ संभव हैं। अगर मार्केटिंग मैं कंटेंट की बात की जाए तो, कंटेंट को मार्केटिंग मैं किंग कहा गया हैं। बिना कंटेंट के मार्केटिंग असंभव हैं। चाहे वह मार्केटिंग मार्केटिंग ट्रेडिशनल हो या डिजिटल, कंटेंट के बिना मार्केटिंग नहीं हो सकती।

अगर आज के समय की बात की जाए तो मार्केटिंग करना बहुत ही आसान हो गया है। डिजिटल मार्केटिंग जो एक ऐसा तरीका है, जिससे मार्केटिंग करना बहुत ही आसान हो गया हैं। इसके जरिये हम कम कॉस्ट पर भी अच्छी तरह से मार्केटिंग कर सकते हैं। और डिजिटल मार्केटिंग मैं कंटेंट ही सब कुछ है।

content marketing क्या है ( what is content marketing in Hindi ) –

कंटेंट मार्केटिंग : यह एक ऐसी मार्केटिंग हैं, जिसमे कंटेंट के आधार पर मार्केटिंग की जाती हैं। कंटेंट को अलग-अलग फॉर्मेट मैं बनाकर अलग -अलग प्लेटफार्म पर डाला जाता है।

content marketing क्या हैं :  6 फैक्टर , ब्रांड , अवेयरनेस , लीड जनरेशन , वीडियो कंटेंट, ब्रांडिंग , ब्लॉग्गिंग

 

इसमे सबसे पहले किसी एक कंटेंट को choose किया जाता हैं। फिर उस कंटेंट को अलग – अलग format मैं बनाया जाता हैं। लास्ट मैं उस कंटेंट को डिस्ट्रीब्यूट किया जाता हैं। अलग – अलग प्लेटफॉर्म्स पर।

कंटेंट मार्केटिंग जो डिजिटल मार्केटिंग के अंतर्गत आने वाली मार्केटिंग हैं। और डिजिटल मार्केटिंग मैं कंटेंट की उपयोगिता बहुत ज्यादा हैं। यहाँ हर टाइप की मार्केटिंग मैं कंटेंट चाहिए। google ads, Facebook ads, email marketing, search engine optimization, & social media marketing इन सभी टाइप्स की मार्केटिंग मैं कंटेंट की जरूरत पड़ती हैं।

content marketing किस तरह काम करती है –

इस मार्केटिंग मैं पूरी स्ट्रेटेजी के साथ काम किया जाता हैं। कंटेंट मार्केटिंग एक funnel की तरह काम करती हैं, मान लीजिये की आपको कंटेंट मार्केटिंग से lead generate करने है, लीड जनरेशन का मतलब ये हैं की हमें लोगो की ईमेल , नाम , नंबर इतियादी चीजे चाहिए।

मान लीजिये – आपको डीजिटल मार्केटिंग का एक फ्री कोर्स बेचना हैं. और उसके बदले मैं आपको लीड generate करनी हैं। तो सबसे पहले वीडियो के फॉर्मेट मैं एक फ्री डिजिटल मार्केटिंग कोर्स बनाएंगे, उस फ्री कोर्स को अगल अलग फ्लैटफोर्म पर डालिंगे, कुछ समय बाद फेसबुक पर किसी आदमी को हमारा कंटेंट दिखा और उसने लिंक्स पर क्लिक किया, वो लैंडिंग पेज पर गया और वहा पर एक लीड फॉर्म लगा था। उसने उस लीड फॉर्म को fill किया और कोर्स को प्राप्त किया।

तो उस आदमी को डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स मिला। और हमें लीड। इसी प्रकार से ही कंटेंट मार्केटिंग काम करती हैं।

कंटेंट मार्केटिंग के टाइप्स-

कंटेंट मार्केटिंग के टाइप्स की बात की जाए तो, जिन – जिन फॉमट मैं कंटेंट को बनाया जाएगा और मार्केटिंग की जाएगी वही उसके टाइप्स कहलाते है। कंटेंट मार्केटिंग जो कई प्रकार से की जाती हैं। जब से डिजिटल मार्केटिंग का रूप मार्केटिंग की दुनिया मैं आया हैं तब से कंटेंट मार्केटिंग का भी रोले काफी बढ़ गया हैं। डिजिटल मार्केटिंग के सभी टाइप्स मैं कंटेंट का इस्तेमाल होता हैं, और अलग – अलग रूप मैं होता हैं।

पर कुछ सालो से यह एक अलग टाइप्स बन चूका हैं। इसने अपनी ही एक मार्केटिंग को पैदा किया हैं। जो अब कंटेंट मार्केटिंग के नाम से जनि जाती हैं। इसके अलग – अलग टाइप्स हैं। जिनमे से सबसे ज्यादा essential 5 फॉर्मेट हैं।

content marketing के 5 महत्पूर्ण टाइप्स –

content marketing types, 5 important type of content marketing - blog, video,eBook, podcast,info-graphic
  • blog
  • video
  • e book
  • podcast
  • info-graphic
  1. blog

ब्लॉग यह एक ऐसा टर्म हैं जिससे हम कंटेंट मार्केटिंग को एक स्ट्रेटेजी के साथ आगे बड़ा कर ले जा सकते हैं। लगभग 77% लोग regularly ब्लॉग पड़ते हैं इस स्टैट्स को देखने के बाद आपको पता चल गया होगा की ब्लॉग को पड़ने वालो की कमी तो बिलकुल नहीं है। तो जब इतने लोग ब्लॉग पड़ रहे हैं। तो ब्लॉग के जरिये हम कंटेंट मार्केटिंग क्यों नहीं कर सकते।

ब्लॉग्गिंग जो बड़े लम्बे समय से चलती आ रही हैं। यह एक informative आर्टिकल होता हैं, जिसमे इनफार्मेशन दी जाती हैं। ब्लॉग का search engine optimization करके उसे serp पर रैंक्स कराकर हम उसमे ट्रैफिक ला सकते हैं, और वहा से हम कंटेंट मार्केटिंग कर सकते है।

2 . video

वीडियो जो आज के समय मैं कंटेंट का hub हैं। ज्यादातर कंटेंट वीडियो के फॉर्मेट मैं बनाये जाते हैं। जब से you-tube का प्रचलन चला है। तब से ही विडिओ के जरिये कंटेंट मार्केटिंग की जाने लगी है। वीडियो एक ऐसा फॉर्म होता हैं, जो कई चीजों से मिलकर बना है। जैसे – तस्वीर + ऑडियो + इन्फोग्राफिक + एनीमेशन, इतियादी। इसलिए इस फॉर्म को अधितम लोग choose करते हैं। वीडियो के जरिये हम अपने ब्रांड को establish कर सकते हैं

यूट्यूब एक ऐसा प्लेटफार्म हैं जिसमें सबसे ज्यादा कंटेंट मार्केटिंग की जाती हैं। यूट्यूब पर कंटेंट मार्केटिंग करने के लिए हमें एक funnel की जरुरत पड़ती हैं। जिसका इस्तेमाल करके हम स्ट्रेटेजी के साथ कंटेंट मार्केटिंग कर सकते हैं।

3 . e book

education book की बात की जाए तो इससे भी हम कंटेंट मार्केटिंग कर सकते है। एजुकेशन जो एक ऐसा हतियार हैं जिससे दुनिया मैं हर कुछ संभव हैं। जैसे – जैसे लोग curious हो रहे हैं, लोगो को ज्यादा से ज्यादा ज्ञान की जरुरत हैं। और वह नॉलेज हम उन्हें e book से जरिये दे सकते हैं। और मार्केटिंग भी कर सकते हैं।

4 . podcast

पॉडकास्ट  जो धीरे – धीरे पूरी दुनिया मैं फैल रहा हैं। कुछ सालो से पॉडकास्ट जो प्रचलित होता ही जा रहा हैं। पॉडकास्ट एक ऐसा माध्यम हैं, जो समय की बचत करता हैं तथा आप इसे कही भी सुन सकते हैं। इस भागदौड़ भरी जिंदगी मैं लोगो को समय की वैल्यू बहुत हैं। पॉडकास्ट एक ऐसा माध्यम हैं जो समय को बचता हैं।

पॉडकास्टिंग के जरिये हम कंटेंट को ऑडियो के फॉर्मेट मैं बनाकर अपने ब्रांड के बारे मैं अवेयरनेस फैला सकते है, और मार्केटिंग करे सकते हैं।

5. info-graphic

यह एक इसा फॉर्म होता हैं कंटेंट का जो ग्राफ़िक + इनफार्मेशन से बना होता हैं। जिससे लोगो को concept समझने मैं आसानी होती हैं। कंटेंट को इन्फोग्राफिक के फॉर्म मैं बनाकर हम मार्केटिंग कर सकते हैं। इन्फोग्राफिक से हम अपने बिज़नेस के लिए Statistics, Chart, buyer persona, इतियादी बना सकते हैं।

content marketing स्ट्रेटेजी क्या हैं –

कंटेंट मार्केटिंग : जिसमे स्ट्रेटेजी का इस्तेमाल ठीक तरह से कंटेट को ऑप्टिमाइज़ करने के लिए किया जाता हैं। हमें कंटेंट को optimize करके इसे सही लोगो तक पहुंचना है। कंटेंट मार्केटिंग स्ट्रेटेजी मैं कई स्टेप आते हैं जिन्हे आज हम पडिँगे –

कंटेंट मार्केटिंग स्ट्रेटेजी के step –

  • audience target
  • content create
  • consistency
  • distribution
  1. audience target

यह कंटेंट मार्केटिंग स्ट्रेटेजी का पहला स्टेप हैं। जिसमें हमें कंटेंट को क्रिएट करने से पहले ऑडियंस को टारगेट कर लेना है। ऑडियंस टार्गेटिंग जो कंटेंट मार्केटिंग स्ट्रेटेजी मैं सबसे पहले होता है। हमें अपनी टार्गेटिंग ऑडियंस का पता होना चाहिए , की हमारी टार्गेटिंग ऑडियंस क्या हैं। अगर हमें अपनी टार्गेटिंग ऑडियंस पता होगी तो उसके अनुसार ही हम आगे move करंगे।

2 . content create

कंटेंट मर्केटिंग स्ट्रेटेजी का यह दूसरा स्टेप हैं जिसमे हमें। कंटेंट को क्रिएट करना हैं। इससे पहले स्टेप मैं हम अपने ऑडियंस को टारगेट कर चुके हैं, अब उसके अनुसार ही हम कंटेंट को क्रिएट करंगे। कंटेंट क्रिएशन मैं हम कंटेंट को अलग – अलग फॉर्मेट मैं क्रिएट करंगे, जैसे – वीडियो, ब्लॉग, पॉडकास्ट, इन्फोग्राफिक आदि।

3 . consistency

कंसिस्टेंसी यह एक ऐसा टर्म हैं जिसे अधिकतम लोग मिस मरते हैं। कंटेंट मार्केटिंग की स्ट्रेटेजी मैं कंसिस्टेंसी एक छुपा रुस्तम की तरह काम करता हैं। क्योकि यह एक ऐसी चीज हैं जो हमारे कंटेंट को एक frequency देती हैं। कंसिस्टेंसी मैं संबसे बड़ा टर्म कंटेंट कैलेंडर हैं। यह एक ऐसा कैलेंडर होता हैं जिसमें हम अपने कंटेंट को प्लान करते हैं। यह कंटेंट बनाने का एक शेडूल हैं, कंटेंट को हम कब लिखेंगे यह हम इस कैलेंडर मैं शेडूल करते हैं।

जिससे हमारे कंटेंट को एक कंसिस्टेंसी मिलती हैं, इसके कारण हमें कंटेंट के थ्रू मार्केटिंग करने मैं हेल्प मिलती हैं।

4 . distribution

यह हमरे कंटेंट मार्केटिंग स्ट्रेटेजी का अंतिम स्टेप होता हैं। हमने सबसे फहले ऑडियंस को टारगेट किया, फिर कंटेंट क्रिएशन किया, फिर कंटेंट को एक frequency दी और लास्ट मैं हम हम हमारे कंटेंट को डिस्ट्रीब्यूट करंगे। कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन एक बड़ा पार्ट हैं कंटेंट मार्केटिंग की स्ट्रेटेजी का। इसमें हम कंटेंट को सही प्लेटफॉर्म्स पर publish करंगे। जिस टाइप का कंटेंट जिस प्लेटफार्म के लिए बना हैं उसे उस प्लेटफार्म मैं सबमिट करंगे।

जैसे – हमारा कंटेंट वीडियो के फॉर्म मैं हैं। अगर हम इसे ब्लॉग्गिंग वाले प्लॅटफॉम पर पब्लिश करिंगे तो क्या होगा, वह वीडियो के लिए एक इर्रेलेवेंट प्लेटफार्म होगा। लेकिन उसी कंटेंट को हम अगर यूट्यूब पर डालते हैं तो वो उस कंटेंट के लिए सही प्लेटफॉर्म्स होगा। इसलिए कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन एक बड़ा पार्ट हैं स्ट्रेटजी का।

content marketing के फायदे –

  • low cost high conversion
  • highly reach 
  • multiple format
  • brand awareness
  • lead generate
  • funnel create
  • engagement
  • flow content
  • internet visibility

कंटेंट मार्केटिंग researching tool लिस्ट –

कंटेंट मार्केटिंग मैं हम जब लगातार कंटेंट क्रिएट कर लेते हैं, जिसमें हमें कंटेंट का आईडिया नहीं मिलता। लागतार कंटेंट को क्रिएट करने से हमारे पास कंटेंट नहीं बचता। इसी के सलूशन के लिए ही हमें कंटेंट researching टूल की जरुरत पड़ती हैं। जिससे हमें कंटेंट का idia मिल सके। जिससे हम अपने मार्केटिंग के लिए कंटेंट को क्रिएट कर सके। कंटेंट researching टूल की बात की जाए तो उनकी लिस्ट इस प्रकार हैं-

कंटेंट मार्केटिंग का फ्यूचर स्कोप क्या है –

कंटेंट मार्केटिंग मैं स्कोप की बात की जाए तो इसमें फ्यूचर मैं स्कोप की बिल्कुल कमी नहीं हैं। इंटरनेट पर आपको जो भी चीज मिल रहि हैं वो सारा एक कंटेंट ही है। जैसे – सोशल मीडिया मैं जैसे ads की बात की जाए तो उन एड्स मैं जो भी लिखा होता हैं वह एक कंटेंट हैं, इसी प्रकार इंटरनेट पर हर एक चीज कंटेंट पर टिकी हैं। कंटेंट मार्कीटिंग मैं opportunity की बात की जाए तो इसमे कई सारी opportunity हैं जिनकी लिस्ट इस प्रकार हैं –

content marketing मैं job option –

  • interactive content crater
  • storytelling
  • video marketing
  • copy writer / content writer
  • social media content writer
  • influence marketing
  • blog content writer

आसा होगी की आप सभी को कंटेंट मार्केटिंग से रिलेटेड प्रश्ननो के बारे मैं पता चल गया होगा। अगर आपको इस कंटेंट से कुछ भी सीखने को मिला हो तो like & share जरूर कीजिये और सोशल मीडिया से इनफार्मेशन के लिए आप हमें सोशल मीडिया पर फॉलो कर सकते हैं। अगर आपको इस टॉपिक पर कुछ भी कन्फूशन हो तो आप हमें कमेंट सेक्शन मैं पूछ सकते हैं।

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