2024 मैं SEO kya hai, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन की संपूर्ण जानकारी?

SEO क्या है – सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन जो एक सर्च इंजन रिजल्ट्स पेज पर रैंकिग करने का तरीका हैं । जिसके माध्यम से हम serp पर अपनी वेबसाइट को ऑर्गेनिक तरीके से रैंक करते हैं । 




जैसे जैसे इंटरनेट की  प्रचलिता  दिन प्रति दिन बड़ रही  हैं,  लोग  जिस तरह से  इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे हैं । इन्टरनेट पर बढ़ती यूजर की संख्या दिन प्रति दिन बड़ रही हैं जिसके कारण लोगों को इन्टरनेट की आदत होने लगी हैं।  और यही कारण हैं की लोग अपनी मार्केटिग को ऑनलाइन माध्यमों पर लाना चाहते हैं। 

और डिजिटल मार्केटिग से अपने व्यापार को बड़ाना चाहते हैं।  आज के समय में अगर देखा जाए तो लोग  अपना ज्यादर समय इन्टरनेट पर ही गुजरते हैं । तथा शॉपिंग भी ऑनलाइन माध्यम से करते हैं । लोगो के लिए ऑनलाइन शॉपिंग एक आम बात बन चुकी हैं, जिस कारण से SEO एक बड़ा फैक्टर बन जाता हैं । आनलाइन शॉपिंग का ।

Search engine optimization के जरिए हम आसानी से आपने प्रोडक्ट तथा सर्विस को लोगो तक पहुचा सकते हैं,  तथा प्रोडक्ट को सेल कर सकते हैं । Seo एक मार्केटिंग करने का अनपेड तरीका हैं  जिस कारण से  इसकी उपयोगिता बड़ रही है ।

सभी लोग  ads के जरिए अपने प्रोडक्ट को सेल नही कर पाते,  फाइनेंशियल प्रोब्लम होने के कारण,  और उन लोगो के लिए seo एक बड़ा फैक्टर हैं। 

तो आज हम आपको what is seo in hindi, से रिलेटेड हर एक जानकारी को प्रदान कोशिश करिंगें। तो शुरू करते हैं – 

seo kya hai, search engine optimization,

SEO  जिसका फुल फॉर्म  search engine optimization हैं। जिसे हिंदी मैं हम  खोज इंजन अनुकूलन कहते हैं।  जिसने नाम से ही पता चल रहा हैं की हमें optimization करना हैं, हमे अपने website को optimize करके search engine results page पर ranking करनी हैं।  सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन जो पूरी तरह से ऑर्गेनिक तरीका हैं SERP पर रैंक करने का।   

   SERP पर हम तो तरीको के रैंक कर सकते हैं।  एक हैं paid तरीका, एक हैं unpaid तरीका।  paid ranking मैं  search engine marketing का उपयोग करके website को serp पर रैंक करा सकते हैं, और unpaid ranking मैं SEO की strategy का उपयोग करके हम पेज को rank कराते हैं। 

search engine optimization यह एक digital marketing category के अंतर्गत आने वाली प्रोसेस हैं,  जो ऑनलाइन मार्केटिंग का एक बहुत बड़ा हिस्सा हैं।  डिजिटल डिजिटल  मैं  SEO का बहुत बड़ा रोले हैं।  यह ऑनलाइन मार्केटिंग के मेजर प्लेटफॉर्म्स मैं से एक हैं। 

इसे भी पढ़े- Latest SEO Trends In Hindi For 2023, Top 10 SEO Techniques?



Table of Contents

Seo यह काम कैसे करता हैं- 

 अगर हमें एसईओ की प्रोसेस को जानना हैं तो उसके लिए हमें उदाहरण की जरुरत पड़ेगी तो आज हम आपको एक उदाहरण के साथ बताएंगे की seo  कैसे काम करता हैं ।

उदाहरण  – जब हम किसी भी पेज का seo करते हैं । तो उसमें हमें on page   / off page / technical seo करना होता हैं। अगर हमने  ये तीन चीजे ठीक तरह से की होंगी तो हमारा पेज serp पर रैंक करता हैं । तो हमने किसी एक पेज का seo ठीक तरह से किया तथा वो seo एक ecommerce website का था।

  तो  मान लीजिये की हमने उस पेज मैं एक Adidas के shoes के बारे मैं बताया हैं।  फिर – एक आदमी गूगल पर आता हैं और सर्च करता हैं  Adidas shoes . इस query के उत्तर मैं उसे हमारा पेज दिखता है।  और वो उस पेज  पर जाकर  हमारी वेबसाइट से एक शूज  ख़रीदता हैं। 

तो हमारा जो प्रोडक्ट बिका वो SEO के जरिये बिका।  इसी प्रकार से ही search engine optimization काम करती हैं।  

सर्च इंजन कैसे काम करता हैं?

एसईओ क्या है, जानने के साथ – साथ हमें ये जानना भी जरुरी हैं की सर्च इंजिन्स कैसे काम करते हैं।  क्योकि कोई भी वेबसाइट सर्च इंजिन्स पर ही रैंक करती हैं, जिसके कारण सर्च इंजन किस तरह किसी वेबसाइट को SERP पर रैंक करता हैं, ये जानना भी जरुरी हैं। 

 सर्च इंजिन्स जैसे- google, bing, yahho. यह तीन चरणों मैं काम करते  हैं, जिनकी लिस्ट इस प्रकार हैं-

  • crawling
  • indexing
  • ranking
seo process, 1. crawling 2. indexing 3. ranking

1. Crawling

crawling की प्रकिया यह सर्च इंजिन्स का frist part हैं इसमें जिस भी search engine पर आप रैंकिंग करना चाहते हैं जैसे google, bing  उसका bots ( spider ) आपकी website पर आएगा और scan करेगा की  आपकी वेबसाइट किस categery की हैं, जैसे > blogging website , news website , sports website , आदि।  

2 . Indexing-

जब आपकी वेबसाइट crawling होकर indexing मैं आती हैं तो indexing का काम यह होता हैं की उसको डेटाबेस मैं भेजना।  डेटाबेस मैं हर categery के लिए अलग अलग slot बने हैं, जैसे > स्पोर्ट्स की वेबसाइट crawl होके इंडेक्सिंग के लिए  आई हैं  तो वो डेटाबेस मैं स्पोर्ट्स की कैटेगेरी मैं आएगी।  

3. Ranking- 

  रैंकिंग के इस  चरण मैं हमारी वेबसाइट सर्च इंजन पर रैंक करती हैं। जब भी यूजर कोई query करेगा, जैसे मैंने search किया what is digital marketing इस query मैं  जिस पेज की crawling & indexing  और on page   / off page / technical seo जिसका सबसे अच्छा होगा वो SERP पर रैंक करेगा। 



 सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के तकनीक –  

search engine optimization  करने के 3 techniques हैं।  white hat SEO, black hat SEO, grey hat SEO. इन तीन टेक्निक्स के जरिये SEO किया जाता हैं। 

वाइट हैट SEO जो SEO करने का सबसे अच्छा तरीका हैं। ये सर्च इंजन से सभी guidelines को फॉलो करता हैं, इसलिए ये ऑर्गेनिक तरीका हैं। ब्लैक हैट SEO जो SEO करने का सबसे worst तरीका हैं, इससे सर्च इंजन रिजल्ट्स पेज पर रैंकिंग तो जल्दी हो जाती हैं, लेकिन ये सर्च इंजन के guidelines को फॉलो नहीं करता। ग्रे हैट SEO जो एक ऐसा तरीका हैं, जो न तो वाइट हैट और न ही ब्लैक हैट SEO आता हैं यह वाइट हैट + ब्लैक हैट SEO का कॉम्बिनेशन हैं।

SEO techniques के बारे मैं विस्तार से पड़ने के लिए आप हमारे इस लेख को पढ़ सकते है-  SEO techniques: white hat vs black hat vs grey hat seo in Hindi?

Types of SEO in hindi  ( सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के प्रकार ) – 

SEO जो मुख्यतः तीन भागों मैं बटा  हुआ हैं, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के जिनते भी टेक्निक्स हैं उनको तीन  भागों मैं बाटा गया हैं। जिनकी लिस्ट इस प्रकार हैं – 

  1. on page seo
  2. off page seo
  3. technical seo
3 main part of SEO, on page seo, off page seo, technical seo

ऑन पेज एसईओ क्या हैं – 

ON page SEO  मैं हमें content को अनुकूलित बनाना हैं , जो भी हम content मैं बदलाव करंगे वो on page seo के अन्तर्गत आता हैं।  पेज पर किया गया हर एक बदलाव ON page seo के अंतर्गत आता हैं। इस SEO मैं हमें  optimization का बड़ा ध्यान पड़ता हैं। 

हमें images को अनुकूलित बनाना हैं उसमें alt text का use करके उसके size & quality को optimize करना पड़ता हैं, हमें meta title की lenth को 60 शब्दो से ज्यादा  नहीं रखना है, और meta description की lenth को 150 – 160 शब्दो तक रखना हैं।  

on page seo checklist in Hindi-

  • meta title  optimization
  • meta description  optimization
  • meta keywords optimization
  • heading tag optimization
  • image optimization
  • content optimization 
  • proper keywords selection
  • EEAT optimization 
  • internal links optimization
  • external links optimization
  • URL structure
  • GEO-tagging ( local SEO ) 



Internal link- 

यह एक ऐसा लिंक होता जो आतंरिक लिंक होता हैं।  आंतरिक लिंक का  मतलब ये हैं की अपनी ही वेबसाइट के पेज को टारगेट करना।  जैसे – आपकी वेबसाइट का page no.1 – page no .2 को टारगेट कर रहा हैं।  तो यह लिंक internel link मैं आएगा। 

External links –

externel link यह वो लिंक होता हैं जो किसी वेबसाइट से दूसरी वेबसाइट की और जा रहा हैं।  जैसे – facebook पर एक link लगा हैं जो टारगेट कर  इंस्टाग्राम को तो यह लिंक एक externel  link मैं आएगा।  

ऑफ पेज एसईओ क्या हैं – 

 off page seo मैं हमें अपने वेबसाइट का प्रोमोशन करना हैं इस seo मैं हमें back links create करने होते हैं back links के जरिए हम अपनी website की awareness & promotion करते हैं. OFF पेज जिसके नाम से ही पता चल रहा हैं, की हमें वेबसाइट से बाहर  काम करना हैं।

इस SEO का काम कभी भी वेबसाइट पर नहीं होता। इसमे काम वेबसाइट से बहार बैक – लिंक्स क्रिएट करने होते हैं।  जो भी लिंक्स  हम बाहर क्रिएट  करते हैं उन्हे हम इनबाउंड – लिंक्स के नाम से जानते हैं। क्योकि वो लिंक्स हमारे वेबसाइट मैं आ रहे  है। 

back – links क्या हैं-   

बैक लिंक्स एक ऐसा लिंक्स होता है,  जो दुसरो की वेबसाइट पर बनाया जाता हैं। इसे कभी भी हम अपनी वेबसाइट मैं नहीं बनाते हैं।  दुसरो की वेबसाइट मैं बनाया गया ये वो लिंक्स हैं, जो हमारे वेबसाइट की तरफ इसारा करता हैं। 

जैसे-  मान लेते हैं, की आपने एक नई  वेबसाइट बनाई। आपने उस वेबसाइट का लिंक्स फेसबुक पर अपनी स्टोरी मैं लगाया। उस स्टोरी मैं आप अपनी वेबसाइट की तरफ इसरा कर रहे हैं की यह मेरी वेबसाइट हैं।  तो स्टोरी मैं आपने  एक बैक लिंक्स क्रिएट किया।   इसी को ही बैक- लिंक्स कहते हैं। अपनी वेबसाइट को छोड़कर किसी भी अलग प्लेटफार्म पर अगर आप अपनी वेबसाइट का लिंक्स लगा रहे हैं तो वो लिंक्स बैक लिंक्स कहलाता हैं। 

off page seo को सबमिशन  के नाम से जाना जाता हैं। इसमे हम other वेबसाइट मैं अपनी वेबसाइट को सबमिट करते हैं। तो इसमे अलग अलग प्रकार से submission  होते हैं।  जो इस प्रकार हैं-



off page seo checklist in Hindi-

  • search engine submission 
  • guest posting 
  • free classified  submission 
  • web 2.0 submission 
  • social bookmarking 
  • pdf/ ppt submission 
  • info-graphic submission 
  • image submission 
  • video submission 
  • article submission 
  • Q/A submission 

टेक्निकल एसईओ क्या है – 

technical seo जिसमें  हमें technical चीजों को optimize करना होता हैं। टेक्निकल SEO मैं  हमें bots की मदद करनी होगी indexing & crawling मैं जिससे वो आसानी से हमारे वेबसाइट के बारे मैं जान सके।  इस SEO मैं हमें टेक्निकल चीजों का ध्यान रखना  होता हैं। –

Technical SEO checklist in Hindi – 

  • Crawling & indexing optimization 
  • page speed optimization 
  • mobile-friendly site
  • secure website ( SSL)
  • site map creation 
  •  create robots. TXT file 
crawling & indexing optimization –

इसमें हमें bots ( spider ) को बताना हैं हमारे website मैं कितना data हैं और हमारी वेबसाइट किस category की हैं और किस location मैं हैं किन किन चीजों को crawl & index करना हैं हमें ये सब जानकारी bots को बताने होंगे। 

page speed-

SEO मैं मोबाइल फ्रेंडली वेबसाइट का होना बहुत जरुरी हैं, क्योकि इंटरनेट के टोटल यूजर मैं से लगभग  80 % यूजर मोबाइल डिवाइस से हैं, मोबाइल फ्रेंडली वेबसाइट होने का मतलब ये हैं की हमारे वेबसाइट की हर एक चीज मोबाइल डिवाइस मैं responsive होनी चाहिए। जैसे – website structure, website navigation, website image. website content, इतियादी ।

secure website-

हमें अपनी website को secure रखना हैं हमें अपने site मैं Secure Sockets Layer ( SSL ) certificate लगाना हैं, ये certificate हमें hosting लेते समय लेना  होगा,  इस सर्टिफिकेट से website secure रहेगी।  जब भी user आपकी वेबसाइट मैं आएगा वह देखेगा की आपकी website मैं SSL लगा हैं , तो उसे secure महसूस होगा। 

site map- 

इस फाइल मैं हम अपने वेबसाइट की हर एक जानकारी स्टोर करते हैं जिससे bots को हमारी website के बारे मैं हर एक जानकारी एक सिंपल तरीके से मिल जाए।  site map बनाने से सर्च इंजन को हमारी  वेबसाइट  को crawl & index करने मैं आसानी होती हैं। 

robots. txt file-

इस फाइल का उपयोग हम bots को यह  बताने के लिए करते हैं, की किन – किन चीजों को क्रॉल करना हैं तथा किन किन चीजों को क्रॉल नहीं करना हैं। इस फाइल के जरिये हम crawler से अधिकतम ये request करते हैं की हमारी privacy वाले pages को वो क्रॉल न करें। 

हमें अपने page का  SEO जांच करने के लिए किसी न किसी tool ( app ) की जरुरत पड़ेगी आज हम आपको 5 ऐसे tool के बारे मैं बताएंगे – 

सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन website के लिए क्यो जरूरी हैं- 

  SEO Kya Hai के बारे मैं जानने के बाद यह जानना भी जरुरी हैं की एसईओ हमारे वेबसाइट के लिए क्यों  जरुरी हैं।  Seo जो एक unpaid तरीका होने के कारण यह एक महत्वपूर्ण फेक्टर हैं । आजकल सेल्स लाने के तरीको मैं seo सबसे आगे हैं।   तथा लोग इसे सबसे ज्यादा prefer करते हैं । क्योंकि यह एक ऑर्गेनिक तरीका हैं ।

इसके जरिए हम  बिना किसी investment के sales प्राप्त कर सकते हैं। Seo जो खासकर ecommerce websites के लिए बहुत जरूरी हैं।

Seo के जरिए हम अपनी website में ट्रैफिक ला सकते हैं तथा website के जरिए प्रोडक्ट को सेल करवा सकते हैं। किसी भी टाइप की website हो बिना यूजर के वेबसाईट का कोई महत्व नही। इसलिए seo एक ऐसा जरिया हैं जिसके जरिए हम अपनी वेबसाईट मैं बिना रुपए खर्च किए ट्रैफिक ला सकते हैं। यही कारण हैं की seo websites के  लिए जरूरी हैं।

SEO  (सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन)  के फायदे – 

  • Organic traffic
  • cost-effective
  • Quality traffic
  • Awareness
  • Reliable
  • Maximum visibility

SEO auditing Tool list – 

  1. Yoast SEO
  2. rank math SEO
  3.  SEOPress
  4. Broke  Link Checker
  5.  All-in-one SEO

Frequentaly Awsked Question –

Q: SEO के लिए बेस्ट फ्री Tools कोन – कोन से है?

अगर free seo tools की बात की जाए तो उसमें कई सारे tools सामिल है, जैसे – best free keyword research tools – google keyword planner, word stream, ubersuggest. Free site auditing tools-  screaming frog, SEM rush. Free backlinks analysis tools- ahref backlinks checker, SEO review tools. 

Q;  SEO beginners के जरिये होने वाले कुछ  common mistakes?

ऐसे कई सारे mistake है जिनको seo beginner apply करते है, जैसे- keyword stuffing, create spam backlinks, without keyword research build the page,  not work on page speed, create duplicate content, add AI-generated content on page. 

Q: Google Sandbox क्या हैं?

Google sandbox एक ऐसी जगह है, यहां google नई वेबसाइट को स्टोर करता है, ” ये officially announced नहीं है कि google sandbox  वास्तव में है, ये SEO experts के द्वारा बनाया गया term है” 

Google sandbox जिसमे google में  जितने भी नए websites आते है उनको store किया जाता है, ये तरीका spams को रोकने के लिए बनाया गया है, की नई websites spammy backlinks के जरिए जल्दी रैंक न करे । इस sandbox मै नई websites को 6 से 12 महीनों के लिए रखा जाता है, जिसके दौरान इन sites को observe किया जाता है, और उसके base पर रैंक दी जाती है । 

Q: keyword proximity क्या होती हैं?

Keyword proximity एक keyword placements का term है।  जिसमे keywords को किस तरह कंटेंट के अंदर place किया जाता है, उसकी स्ट्रेटजी है । इसमें कई  types मै keywords को place किया जाता है, जैसे- long tail keywords, exact match keyword, phrase match keyword, semantic keywords. 

Q: Robots disavow vs  Robots no-index tags मैं क्या अंतर हैं?

Robots disavow ( robots.TXT) इसका इस्तेमाल URLs की crawling  तथा indexing को रोकने के लिए किया जाता है, जैसे – private page, wordpress wp admin page Etc. और robots no index tag जो meta tags के अंतर्गत आता है, इसका इस्केमाल pages ( URLs)  को सिर्फ  indexing से रोकने के लिए किया जाता है, इसमें आपका page crawl तो होगा , पर index नहीं होगा । इसका इस्तेमाल कई scenario मै होता है जैसे – maintenance page, working Page, etc. 

Q:  keywords cannibalization क्या होता है?

Keyword cannibalization एक seo का टर्म है, जब आपके सभी pages एक ही types के keywords के लिए optimize हो तो उस scenario को keyword cannibalization कहते है । ये आपकी site के  SEO के लिए harmful हो सकता है, इसलिए आपको अपने सभी pages को audit करते रहना है, की वह  अलग अलग keywords पर rank कर रहे है या नही । 

Q: Do follow और  no follow backlinks मैं क्या अंतर हैं?

Dofollow backlinks वो बैकलिंक होते है, जिनको उस link की authority मिली होती है । जिन भी sites  पर dofollow backlinks बने है, वो site उस link को फॉलो करती है तथा authority देती है। और nofollow types के बैकलिंक वो बैकलिंक होते है, जिनको अथॉरिटी प्रदान नही होती, मतलब जिन sites पर ये backlinks है, वो site इस लिंक को follow नहीं करती, तथा authority नहीं देती । 

निष्कर्ष-

आज हमने आपको इस आर्टिकल मैं सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन के बारे मैं विस्तार से बताने की कोशिश की जिसमें हमने इन टॉपिक्स को क्लियर किया- SEO kya hai in Hindi, यह कैसे काम करता हैं, एसईओ के टेक्निक्स, एसईओ के प्रकार इतियादी।

आसा होगी की आप सभी को इस आर्टिकल से कुछ न कुछ सिखने को मिला हो, अगर आपको इस आर्टिकल से रेलस्टेड कुछ भी confusion हो तो आप हमें कमेंट सेक्शन मैं पूछ सकते हैं, हम आपके सवालो को हल करने की संभवत कोशिश करिंगे।

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