Search Engine Marketing in Hindi: जाने SEO Vs SEM में अंतर?

search engine marketing in Hindi: SEM जो एक सर्च इंजन रिजल्ट्स पेज पर रैंक करने का पेड तरीका हैं।  यह डिजिटल मार्केटिंग का एक हिस्सा हैं,  जिसमें हम  पेड तरिके से मार्केटिंग करते हैं। आज हम आपको इस आर्टिकल मैं सर्च इंजन मार्केटिंग से रिलेटेड हर  एक जानकारी  देने की कोशिश करंगे।  

जैसे – जैसे  दुनिया आगे बढ़ती जा रही हैं और ऑनलाइन माध्यम की जरुरत उसी प्रकार से बढ़ रही हैं, आजकल अधिकतम मार्केटिंग ऑनलाइन तरिके से ही की जाती हैं।  जिस प्रकार ऑनलाइन खरीददारी हो रही हैं, सभी  लोग ऑनलाइन माध्यम से चीज को खरीद रहे हैं।  और इसी कारण ही मार्केटर अपनी मार्केटिंग को डिजिटल करना चाहता हैं। 

और इस डिजिटल मार्केटिंग के ज़माने मैं सर्च इंजन जो एक मार्केटिंग का प्लेटफार्म बन चूका हैं।  सर्च इंजन के जरिये अधिकतम सेल्स प्राप्त की जाती हैं। और इसमें गूगल का नाम सबसे पहले आता हैं।  

तो आपको बता दे की सर्च इंजन रिटस पेज पर आप अपने प्रोडक्ट को दो तरिके से बेच सकते हैं।  एक हैं सर्च इंजन मार्केटिंग और दूसरा हैं सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन।  इन दोनों तरीको से ही मार्केटर अपनी मार्केटिंग को सर्च इंजन पर करते हैं।

  SEO जो एक मार्केटिंग का अनपेड तरीका हैं, और SEM जो एक मार्केटिंग का पेड तरीका हैं।  आज हम आपको इन दोनों मैं प्रमुख अंतर को समझाएंगे।  

le’s start – 

Search engine marketing in Hindi ( SEM क्या हैं )- 

search engine marketing in hindi

search engine marketing ( SEM ) जितने भी सर्च इंजन  हैं, उनमें एक keyword पर पेड  मार्केटिंग करना SEM हैं। सर्च इंजिन्स  पर paid मार्केटिंग करना ही सर्च इंजन मार्केटिंग हैं।  इसका  इसका उपयोग हम SERP पर top मैं  रैंक करने के लिए करते हैं। 

इसका उपयोग हम तब करते हैं।  जब हमें अपने प्रोडक्ट को जल्दी सेल करना हो।  इसके जरिये हमारी वेबसाइट  SERP  पर टॉप पर रैंक करती  हैं, जिससे हमारे conversion से chances बढ़ जाते हैं। अगर हमारी वेबसाइट की visiblity बढ़ेगी तो कन्वर्शन के चान्सेस भी improve हुंगे।  

 

सर्च इंजन मार्केटिंग कैसे काम करती हैं- 

SEM जो डिजिटल मार्केटिंग के तरीको मैं से एक हैं।  आज हम आपको इसकी प्रोसेस के बारे मैं बताएंगे।  की यह किस प्रकार काम करता हैं।  

उदाहरण – मान  लीजिये आपने सर्च इंजन रिजल्ट्स पेज पर एक  एड्स run किया।  जिसे आपने गूगल एड्स के जरिये चलाया।  अपने वो ads एक फ़ोन को सेल करने के लिए चलाया हैं।  उसी दौरान   कोई यूजर गूगल पर आता हैं, और सर्च करता हैं best phone . इस प्रश्न से रिजल्ट्स मैं उसे आपका एड्स नजर आता हैं। 

फलसरूप  वो उस एड्स पर  क्लिक  करके आपके वेबसाइट पर आता हैं, और उसे वह फ़ोन बहुत पसंद आया और इसी वजह से उसने फ़ोन को आपके वेबसाइट से सेल कर लिया।

तो आपको क्या मिला।  आपको मिली  सेल्स।  किसके जरिये SEM के जरिये।  इसी प्रकार ही SEM के जरिये  लोग अपने प्रोडक्ट को सेल  करते हैं। और इसी प्रकार ही सर्च इंजन मार्केटिंग काम करती हैं।  

इसे भी पढ़े –   google ads manager क्या हैं, और यह कैसे काम करता है

saerch engine marketing क्यों जरुरी है –

Sem ये एक ऐसा जरिया हैं जिसके मदत से हम  instantly सेल्स प्राप्त करते हैं । इसका उपयोग हम इसलिए करते हैं की क्योंकि seo के जरिए  serp पर रैंक करने मैं समय लगता हैं । लगभग  2 – 3 महीने लगते हैं । और इतना समय एक businessman  रैंकिंग के लिए नही दे सकता । इसलिए SEM एक महत्पूर्ण जरिया हैं, सेल्लिंग का। 

 

क्योकि जिस प्रकार से competition बढ़ रहा हैं, हर कोई चाहता हैं की उसके प्रोडक्ट बीके।  और इस competition मैं SEO के जरिये रैंकिंग पाना मुश्किल रहता हैं।  SEM  का उपयोग खासकर e- commerce  रिलेटेड वेबसाइट मैं किया जाता हैं,  क्योकि इस niche मैं हमेशा  से ही competition  रहता हैं।  SEM का सिंपल fanda रहा हैं, की इसका  यूज़ सिर्फ सेल्स  प्राप्त करने के लिए किया जाता हैं। 

इसे भी पढ़े – SEO ( search engine optimization ) क्या हैं, ON PAGE / OFF PAGE / TECHNICAL SEO? 

 

SEM vs SEO मैं अंतर – 

अभी तक आपको पता चल गया होगा की ये दोनों एक दूसरे से बहुत अलग हैं, but, दोनों का aim एक हैं, वह हैं, search engine results page पर अपनी वेबसाइट / पेज को रैंक करना। आज हम इन दोनों के बीच मैं कुछ मुख्य deference को define करेंगें- 

SEM vs SEO मैं अंतर, पहला हिस्सा SEM का हैं, तथा दूसरा हिस्सा seo का। हैं

 

SEM 

1. इससे हम वेबसाइट को SERP पर जल्दी रैंक करा सकते हैं।

SEO 

1 . इससे वेबसाइट को SERP पर रैंक होने मैं समय लगता हैं।

2 . इससे आया ट्रैफिक कुछ समय के लिए होता हैं। 2 . इससे आया ट्रैफिक लम्बे समय तक रहता हैं।
3 . इससे SERP पर रैंकिंग करने मैं समय नहीं लगता। 3 . इससे SERP पर पर रैंकिंग करने मैं समय लगता हैं।
4 . इसमें हम सिर्फ paid तरिके से ही रैंक कर सकते हैं  4 . इसमें हम organically ( अनपेड ) तरिके से रैंक करते हैं 

5 .इससे वेबसाइट कुछ समय तक SERP पर रैंक करती हैं।

5 . इससे वेबसाइट लम्बे समय तक SERP पर बनी रहती हैं।

search engine marketing के क्या फायदे हैं- 

 

  • quick respose
  • highly conversion
  • maximum reach
  • manualy audience targeting
  • रूपये तभी कटिंगे जब लोग हमारे ads पर क्लिक करेंगे।
  • mutiple keyword set कर सकते हैं।
  • maximum visibility होगी 
  • पूरा control हमारे पास होगा।

consequently ( अंततः ) आपको पता चल गए होगा की search engine marketing in Hindi क्या है, और SEM vs SEO मैं क्या अंतर है, इतियादी।  अगर आपको इस आर्टिकल से सम्बंधित कोई भी डाउट हो तो आप हमें कमेंट सेक्शन मैं पूछ सकते हैं हम कोशिस करंगे की आपको उन सवालो के उत्तर बता पाए। 

  अगर आपको डिजिटल मार्केटिंग से रिलेटेड  इनफार्मेशन के बारे मैं जानना हैं तो आप हमारे ब्लॉग को subscribe कर सकते है तथा साथ ही साथ  हमें सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते हैं।  

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